जे.आर.सी. कैम्प के तीसरे दिन
बच्चों को दी गई ग्राहक जागरूकता, जिम्मेदारी की सीख :- राजेश वशिष्ठ

जींद :- जूनियर रेड क्रॉस (जे.आर.सी.) कैम्प के तीसरे दिन बच्चों के सर्वांगीण विकास, सामाजिक चेतना और नैतिक मूल्यों के संवर्धन पर केंद्रित विविध गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इस दिन का मुख्य उद्देश्य बच्चों में ग्राहक अधिकारों, व्यक्तिगत सुरक्षा और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति जागरूकता बढ़ाना रहा।कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला संगठन आयुक्त राजेश वशिष्ठ ने की। उन्होंने बच्चों को ग्राहक जागरूकता विषय पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि हर व्यक्ति, चाहे वह किसी भी वर्ग या पेशे से जुड़ा हो, एक ग्राहक होता है। इसलिए ग्राहक का जागरूक होना समाज के आर्थिक और नैतिक संतुलन के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि आज के बच्चे कल के नागरिक हैं, और यदि वे अभी से अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति सजग रहेंगे, तो भविष्य में एक जिम्मेदार समाज का निर्माण संभव होगा।राजेश वशिष्ठ ने बच्चों को समझाया कि किसी भी वस्तु की खरीदारी करते समय उसकी गुणवत्ता, एक्सपायरी डेट, मूल्य और ब्रांड की प्रामाणिकता की जांच अवश्य करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्राहक को अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी पालन करना चाहिए। इस अवसर पर बच्चों ने “जागो ग्राहक जागो” और “सजग ग्राहक, सशक्त समाज” जैसे नारों के साथ एक जागरूकता रैली निकाली, जिसमें उन्होंने स्थानीय लोगों को ग्राहक अधिकारों के प्रति जागरूक किया।
कार्यक्रम में उषा गुप्ता ने बच्चों, विशेषकर बालिकाओं को गुड टच और बैड टच के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बच्चों को अपने शरीर की सुरक्षा के प्रति सजग रहना चाहिए और किसी भी प्रकार की असहजता महसूस होने पर तुरंत अपने माता-पिता, शिक्षकों या विश्वसनीय व्यक्ति को बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों का आत्मविश्वास और जागरूकता ही उन्हें किसी भी प्रकार के शोषण से बचा सकती है। कैम्प में बच्चों के लिए ड्राइंग, पेंटिंग, भाषण, समूह गान, निबंध लेखन और हरियाणवी सांस्कृतिक प्रस्तुति जैसी प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की गईं। प्रशिक्षकों ने बताया कि इन गतिविधियों का उद्देश्य बच्चों की रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना, उनमें आत्मविश्वास बढ़ाना और टीम भावना का विकास करना है।इस अवसर पर सरोज कुंडू ने बच्चों को रेड क्रॉस संगठन की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि रेड क्रॉस मानवता, सेवा और सहानुभूति का प्रतीक है। यह संगठन आपदा प्रबंधन, प्राथमिक उपचार, रक्तदान और समाज सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने बच्चों को प्रेरित किया कि वे भी रेड क्रॉस की गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी निभाएँ और समाज में सेवा की भावना को आगे बढ़ाएँ। कैम्प के तीसरे दिन का वातावरण उत्साह, सीख और सामाजिक चेतना से परिपूर्ण रहा। बच्चों ने न केवल नई जानकारियाँ प्राप्त कीं, बल्कि समाज में एक जागरूक, जिम्मेदार और संवेदनशील नागरिक बनने का संकल्प भी लिया। कार्यक्रम के अंत में प्रशिक्षकों और अधिकारियों ने बच्चों के प्रदर्शन की सराहना की और उन्हें समाज सेवा के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
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