पहला कदम फाउंडेशन ने हिंदी दिवस पर 50 शिक्षकों को किया सम्मानित,
हिंदी के प्रचार-प्रसार में योगदान देने वाले शिक्षकों को मिला प्रशस्ति पत्र :- राजेश वशिष्ठ

पहला कदम फाउंडेशन ने 50 शिक्षकों को किया सम्मानित,
हिंदी के प्रचार-प्रसार में योगदान देने वाले शिक्षकों को मिला प्रशस्ति पत्र :- राजेश वशिष्ठ
जींद: हिंदी दिवस के अवसर पर, शिक्षा और सामाजिक कार्यों में अग्रणी संस्था पहला कदम फाउंडेशन ने हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले 50 शिक्षकों को सम्मानित किया। यह समारोह हिंदी के महत्व और शिक्षकों के अमूल्य योगदान को समर्पित था। फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश वशिष्ठ ने इन शिक्षकों को सर्टिफिकेट प्रदान कर उनका हौसला बढ़ाया।राजेश वशिष्ठ ने कहा कि हिंदी हमारी पहचान और गौरव का प्रतीक है, और इसे जन-जन तक पहुंचाने में शिक्षकों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि पहला कदम फाउंडेशन का उद्देश्य केवल सम्मान करना नहीं, बल्कि उन लोगों को प्रेरित करना है जो समाज को बेहतर बनाने के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य कर रहे हैं। फाउंडेशन का मानना है कि शिक्षा और सामाजिक जागरूकता के माध्यम से ही एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण संभव है।इस अवसर पर पहला कदम फाउंडेशन के अन्य सामाजिक कार्यों पर भी प्रकाश डाला गया। फाउंडेशन शिक्षा के क्षेत्र में अनेक पहलें चलाता है, जिनमें शामिल हैं:
• बच्चों के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन: फाउंडेशन बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है और उन्हें जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करने में सहायता करता है।
• नैतिकता और आत्म-विश्वास का विकास: यह बच्चों में नैतिक मूल्यों और आत्मविश्वास को बढ़ाने का कार्य करता है, ताकि वे भविष्य में एक जिम्मेदार नागरिक बन सकें।
• जरूरतमंदों की सहायता: समाज के जरूरतमंद और वंचित वर्गों को समय-समय पर आर्थिक और सामाजिक सहायता प्रदान की जाती है।
• पर्यावरण संरक्षण: फाउंडेशन बच्चों को जल बचाव और पौधा रोपण जैसे महत्वपूर्ण अभियानों के लिए प्रेरित करता है, ताकि वे पर्यावरण के प्रति जागरूक हो सकें।
बॉक्स –
पहला कदम फाउंडेशन एक बेहतर समाज के निर्माण के लिए लगातार प्रयासरत है और भविष्य में भी शिक्षा तथा सामाजिक कार्यों में सराहनीय योगदान देने वालों को सम्मानित करता रहेगा। यह सम्मान समारोह न केवल शिक्षकों का सम्मान था, बल्कि यह हिंदी भाषा और उसके महत्व के प्रति एक प्रतिबद्धता भी थी।
:- राजेश वशिष्ठ,राष्ट्रीय अध्यक्ष पहला कदम फाउंडेशन
What's Your Reaction?






