मोतीलाल स्कूल जींद में स्काउट स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया
स्काउटिंग बच्चों में अनुशासन, नैतिकता, सेवा भावना, पर्यावरण संरक्षण और देशभक्ति की भावना विकसित करती है :- राजेश वशिष्ठ

जींद :- मोतीलाल स्कूल, जींद में स्काउट स्थापना दिवस बड़े हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कब, बुलबुल, स्काउट और गाइड बच्चों ने स्काउट आंदोलन के संस्थापक लॉर्ड बेडन पावेल को श्रद्धांजलि अर्पित की। बच्चों ने पुष्पांजलि देकर उनके आदर्शों को याद किया और विभिन्न सांस्कृतिक व सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से सच्चे स्काउट होने का परिचय दिया। कार्यक्रम की शुरुआत स्काउट प्रार्थना और ध्वजारोहण के साथ हुई। इसके बाद बच्चों ने स्काउट प्रतिज्ञा दोहराई और “सदैव तत्पर रहो” के नारे से वातावरण गुंजायमान कर दिया। विद्यालय परिसर में देशभक्ति और सेवा भावना से ओतप्रोत माहौल देखने को मिला।जिला संगठन आयुक्त (कब-बुलबुल) राजेश वशिष्ठ ने अपने संबोधन में कहा कि स्काउटिंग केवल एक गतिविधि नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक पद्धति है। स्काउट प्रतिदिन एक भलाई का कार्य करते हैं, जिससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन आता है। उन्होंने कहा कि स्काउटिंग बच्चों में अनुशासन, नैतिकता, सेवा भावना, पर्यावरण संरक्षण और देशभक्ति की भावना विकसित करती है। उन्होंने बताया कि जिला जींद की कब-बुलबुल गतिविधियाँ पिछले 17 वर्षों से निरंतर प्रगति कर रही हैं और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना चुकी हैं।जिला संगठन आयुक्त (गाइड) उषा गुप्ता ने कहा कि स्काउटिंग और गाइडिंग गतिविधियाँ लड़कियों को आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी और जिम्मेदार बनाती हैं। इन गतिविधियों के माध्यम से लड़कियाँ आत्मरक्षा, स्वाभिमान और नेतृत्व के गुण सीखती हैं। उन्होंने बताया कि जिला जींद की कई गाइड छात्राएँ राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर चुकी हैं।
कार्यक्रम में बच्चों ने पेंटिंग प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, समूह गान, समूह नृत्य और नशामुक्ति रैली जैसी विविध गतिविधियों में भाग लिया। नशामुक्ति रैली के माध्यम से बच्चों ने समाज को नशे से दूर रहने का संदेश दिया। विद्यालय परिसर में बच्चों की रचनात्मकता और उत्साह देखने लायक था। स्काउट मास्टर राजेश लाम्बा ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि प्रत्येक स्काउट को अपने 9 नियमों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्काउटिंग हमें समाज सेवा, सहयोग और नेतृत्व की भावना सिखाती है। हर स्काउट को समाज सुधार में अपनी भूमिका निभानी चाहिए और दूसरों के लिए प्रेरणा बनना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागी बच्चों को स्टीकर और प्रशंसा पत्र वितरित किए गए। विद्यालय प्राचार्य ने सभी अतिथियों और बच्चों का धन्यवाद किया और कहा कि स्काउटिंग जैसी गतिविधियाँ विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसमें सभी उपस्थित जनों ने भाग लिया और देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत वातावरण में स्काउट स्थापना दिवस की यादगार झलक छोड़ी।
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