गरीब और जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा के लिए पहला कदम फाउंडेशन ने उठाया बड़ा कदम

कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता:- राजेश वशिष्ठ

गरीब और जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा के लिए पहला कदम फाउंडेशन ने उठाया बड़ा कदम


दिल्ली :-  समाज में शिक्षा के क्षेत्र में समान अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पहला कदम फाउंडेशन ने गरीब और जरूरतमंद बच्चों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाया है। फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश वशिष्ठ ने बताया कि संगठन लंबे समय से सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय है, लेकिन अब उसने शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहल की है, जिसके तहत ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिनके परिवार अपनी बुनियादी जरूरतें भी पूरी नहीं कर पाते।राजेश वशिष्ठ ने कहा कि आज भी देश के कई हिस्सों में ऐसे परिवार हैं जिनके पास दो वक्त की रोटी जुटाना ही एक बड़ी चुनौती है। ऐसे में वे अपने बच्चों को स्कूल भेजने या उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने में असमर्थ रहते हैं। इस स्थिति को देखते हुए, पहला कदम फाउंडेशन ने निर्णय लिया है कि वह इन बच्चों को न केवल शिक्षा से जोड़ेगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी कार्य करेगा।फाउंडेशन ने विभिन्न राज्यों और जिलों में ऐसे बच्चों की पहचान शुरू कर दी है। जहां भी जरूरत महसूस की जा रही है, वहां निःशुल्क शिक्षा केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। इन केंद्रों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों, स्वच्छता, और जीवन कौशल की भी शिक्षा दी जा रही है। उद्देश्य यह है कि ये बच्चे समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर सम्मानजनक जीवन जी सकें और भविष्य में अपने परिवारों को गरीबी के चक्र से बाहर निकाल सकें।राजेश वशिष्ठ ने बताया कि फाउंडेशन का लक्ष्य केवल शिक्षा देना नहीं है, बल्कि बच्चों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान देना है। इसके लिए फाउंडेशन स्थानीय शिक्षकों, समाजसेवियों और स्वयंसेवकों की मदद से एक मजबूत नेटवर्क तैयार कर रहा है। उन्होंने कहा कि “हमारा प्रयास है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। हर बच्चे को सीखने और आगे बढ़ने का समान अवसर मिले।”उन्होंने यह भी बताया कि फाउंडेशन ने देश के विभिन्न राज्यों में अपने जिला अध्यक्षों और पदाधिकारियों को इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया है। सभी जिलों में टीमों का गठन किया जा रहा है जो जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचकर बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का कार्य करेंगी।राजेश वशिष्ठ ने कहा कि यह अभियान केवल एक सामाजिक पहल नहीं, बल्कि एक आंदोलन है जो समाज में शिक्षा के माध्यम से परिवर्तन लाने की दिशा में काम करेगा। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से अपील की कि वे इस नेक कार्य में सहयोग करें ताकि कोई भी बच्चा अंधकार में न रहे और हर बच्चे का भविष्य उज्जवल हो सके।पहला कदम फाउंडेशन का यह प्रयास न केवल शिक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल बन रहा है, बल्कि यह संदेश भी दे रहा है कि जब समाज एकजुट होकर कार्य करता है, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।

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