जींद के 227 कब बच्चों को मिलेगा नेशनल गोल्डन एरो अवार्ड

स्काउट के इतिहास में एक बार फिर से जिला संगठन आयुक्त राजेश वशिष्ठ ने बनाया रिकॉर्ड

जींद के 227 कब बच्चों को मिलेगा नेशनल गोल्डन एरो अवार्ड

उपलब्धि:-………………………………..
स्काउट के इतिहास में एक बार फिर से जिला संगठन आयुक्त राजेश वशिष्ठ ने बनाया रिकॉर्ड
जींद के 227 कब बच्चों को मिलेगा नेशनल गोल्डन एरो अवार्ड
जींद :-भारत स्काउट एंड गाइड  के इतिहास में जिले ने एक बार फिर से  नया रिकॉर्ड बनाया है ।राष्ट्रीय स्तर पर कब बुलबुल गतिविधियों में शानदार प्रदर्शन पर प्रदेश के 414 कब बच्चों को सर्वोच्य सम्मान नेशनल गोल्डन एरो अवार्ड के लिए चुना गया है ।खास बात यह है कि जींद जिले के विभिन्न स्कूलों से 227 कब बच्चे चयनित हुए हैं ।जिला संगठन आयुक्त राजेश वशिष्ठ  के अथक प्रयासों से यह उपलब्धि हासिल हुई है। 22 फरवरी को राष्ट्रीय मुख्यालय पर नेशनल चीफ कमिश्नर तथा नेशनल डायरेक्टर द्वारा सम्मानित किया जायेगा।जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सदानंद वत्स,जिला शिक्षा अधिकारी रोहताश वर्मा,डाईट प्रिंसिपल विजय लक्ष्मी,डीपीसी सुमित्रा,उप जिला शिक्षा अधिकारी रामनिवास शर्मा एवं जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारी, प्रधानाचार्य, मुख्य अध्यापक,कब मास्टर व फ्लॉक लीडर  ने राजेश वशिष्ठ को शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी ।जिले में  कब- बुलबुल गतिविधियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाकर पूरे देश में कब- बुलबुल गतिविधियों का लोहा मनवाने वाले राजेश वशिष्ठ ने बताया कि इन गतिविधियों के जरिए प्राथमिक कक्षा के बच्चों को खेल-खेल के माध्यम से सिखाया जाता है। कैंपों में कब (लडक़े) बुलबुल (लड़कियां) को नैतिक शिक्षा दी जाती है तथा उन्हें स्वाभिमानी और देश के प्रति अपने कर्तव्यों की पालना करना भी सिखाया जाता है। बच्चों को बड़ों की आज्ञा मानने और साफ-सफाई व विनम्रता का पाठ पढ़ाया जाता है ।छोटी-छोटी कहानियों के जरिए बच्चों में निखार आता है ।वशिष्ठ ने बताया कि सऊदी अरब का एक प्रतिनिधिमंडल भी कब बुलबुल गतिविधियों को देखने के लिए जींद पहुंचा था। यहां की गतिविधियों से यह प्रतिनिधिमंडल इतना प्रभावित हुआ कि अपने देश जाकर कब बुलबुल गतिविधियों को और मजबूत व तकनीक के साथ चलाने का आह्वान किया।
 ऐसे मिलता है अवार्ड :-
प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों द्वारा प्रथम चरण से चतुर्थ चरण तक की गई अलग-अलग गतिविधियों,टेस्ट व लोगबुक के आकलन के आधार पर बच्चों को नेशनल गोल्डन एरो अवार्ड नेशनल चीफ कमिश्नर द्वारा दिया जाता है। जिला संगठन आयुक्त राजेश ने बताया कि जींद के  कब बुलबुल बच्चे अपनी मेहनत से पिछले 16 वर्षों से बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं ।स्कूलों में कब-मास्टर और फ्लॉक लीडर ने इस मुकाम हासिल करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
जिला जींद को मिले अब तक के गोल्डन अवार्ड का साल वाईज ब्यौरा :-
   वर्ष 2009 में 50, वर्ष 2010 में 120, वर्ष 2011, में 90 बच्चों ने गोल्डन ऐरो अवार्ड प्राप्त किया। वर्ष 2012 में तो अलग ही कीर्तिमान स्थापित कर दिया। हरियाणा प्रदेश को मिले 228 अवार्डों में से अकेले जींद ने 180 अवार्ड जीते। एक ही जिले ने लगभग 80 प्रतिशत पुरस्कारों पर कब्जा जमाया।वर्ष 2015 में 110 ,वर्ष 2016 में एक बार फिर से इतिहास बना डाला ।पुरे हरियाणा से 74 बच्चों का चयन गोल्डन एरो अवार्ड में हुआ।सभी 74 बच्चे जिला जींद के थे ।सौ प्रतिशत अवार्ड दिलवाकर एक बार फिर से अपनी मेहनत का सबूत दिया। वर्ष 2017 में 61 बच्चों को गोल्डन एरो अवार्ड मिला ।पुरे हरियाणा में एक बार फिर से प्रथम स्थान रहा । वर्ष 2018 में 74,वर्ष 2019 में 473 में से 141 बच्चों ने गोल्डन एरो अवार्ड मिले, तथा हरियाणा में एक बार फिर से प्रथम स्थान रहा । वर्ष 2020 में 61 तथा वर्ष 2021 में 75 बच्चों को  गोल्डन एरो अवार्ड मिले ।

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